कुवानों का उद्गम कोई पहाड़ ना होकर कुंवा है। इसे कूपवाहिनी भी कहते हैं। यह बहराइच जिले के पूर्वी निचले भाग से प्रारम्भ होकर गोण्डा के बीचोबीच होकर रसूलपुर में बस्ती मण्डल को स्पर्श करती है। यह बस्ती पूर्व, बस्ती पश्चिम, नगर पश्चिम, नगर पूर्व, महुली पूर्व तथा महुली पश्चिम परगनों को पृथक भी करती है। गोरखपुर में यह घाघरा में विलीन होर स्वयं को समाप्त कर लेती है।