कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण
बैज्ञानिक तथ्य तथा भौगोलिक विज्ञान ।।
कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण एक प्रकार का मानव निर्मित गुरुत्वाकर्षण होता है, जिससे किसी वस्तु को खींचा जा सकता है।[1] अंतरिक्ष यात्रा में अच्छे सेहत के लिए इसका उपयोग किया जाता है, जिससे किसी भी प्रकार का अधिक बल हमारे शरीर पर ना पड़े और बहुत समय तक अंतरिक्ष पर रहा जा सके। यह अंतरिक्ष यात्री के कपड़े में भी प्रयोग आता है। जिससे उसके रक्त का प्रवाह सही तरीके से होता है।
कुछ विमानों को बहुत तेजी से चलाने पर भी गुरुत्वाकर्षण बल अधिक हो जाता है, इस कारण भी कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण उपयोगी है।
उपयोग
संपादित करेंयह मूल रूप से रक्त के नियमित और सही प्रवाह के लिए इसका उपयोग किया जाता है। गुरुत्वाकर्षण बल हमारे धरती में एक समान होता है लेकिन आकाश में गति के साथ यह भिन्न हो जाता है और यही अंतरिक्ष में शून्य हो जाता है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Feltman, Rachel (2013-05-03). "Why Don't We Have Artificial Gravity?". Popular Mechanics. मूल से 3 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-05-21.
बाहरी कड़ियाँ
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