कृष्णराजसागर
कृष्णराजसागर (Krishnarajasagara) मैसूर नगर से 12 मील उत्तरपश्चिम में एक कृत्रिम जलाशय (क्षेत्रफल 49 1/2 वर्गमील) है। इस जलाशय का निर्माण कावेरी नदी पर 124 फुट ऊँचा तथा 1,314 फुट लंबा बाँध बाँधकर किया गया है। इसमें कावेरी, हेमावती नदी तथा लक्ष्मणरतीर्था नदी गिरती हैं, जिनसे निकाली गई कई नहरें जलाशय के आसपास की 92,000 एकड़ भूमि की सिंचाई के लिये उपयोगी है। कृष्णराजसागर बाँध पर जलविद्युत भी उत्पन्न की जाती है और इसी से बंगलोर नगर को पानी पहुँचाया जाता है। इसके पास कावेरी नदी के बाएँ तट पर वृंदावन नामक वाटिका है जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। जिस स्थान पर कावेरी नदी जलाशय में प्रेवश करती हैं यहाँ कृष्णराजनगर नामक छोटा कस्बा है जो मिट्टी के सुंदर बर्तनों के गृहउद्योग के लिये प्रसिद्ध है।[1][2]
कृष्णराजसागर Krishnarajasagara | |
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कृष्णराजसागर बाँध | |
निर्देशांक: 12°26′N 76°23′E / 12.44°N 76.38°Eनिर्देशांक: 12°26′N 76°23′E / 12.44°N 76.38°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | कर्नाटक |
ज़िला | मांडया ज़िला |
जनसंख्या (2001) | |
• कुल | 8,510 |
भाषा | |
• प्रचलित | कन्नड़ |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
सन् 2001 तक कस्बा
संपादित करेंसन् 2001 की जनगणना तक कृष्णराजसागर एक गिना जाने वाले कस्बा हुआ करता था, लेकिन उसके बाद उसका इस नाम से नामांकन हटा दिया गया।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Lonely Planet South India & Kerala," Isabella Noble et al, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012394
- ↑ "The Rough Guide to South India and Kerala," Rough Guides UK, 2017, ISBN 9780241332894