कृष्ण दैवज्ञ
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कृष्ण दैवज्ञ १६वीं-१७वीं शताब्दी के वाराणसी के एक भारतीय ज्योतिषी-खगोलशास्त्री-गणितज्ञ थे जिन्हें मुगल सम्राट जहांगीर ने संरक्षण दिया था। गणितज्ञ के रूप में कृष्ण दैवज्ञ को भास्कर द्वितीय की बीजगणित की विस्तृत टीका करने के लिए प्रसिद्ध हैं। ज्योतिषी के रूप में, उनकी प्रसिद्धि श्रीपति ( 1019-1066 ई०) जातकपद्धति की टीका लिखने के कारण है।[1] उन्होंने चंद्रग्रहणों से संबंधित चदकनिर्णय नाम की एक मौलिक कृति की भी रचना की है।

सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Sita Sundar Ram (2012). Bijapallava of Kṛṣṇa Daivajña: Algebra in Sixteenth Century India, a Critical Study. Chennai: The Kuppuswami Sastri Research Institute. अभिगमन तिथि: 22 June 2024. (p. iii-vi)