केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल
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केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force; सीआईएसएफ) एक अर्धसैनिक बल हैं, जिसका मुख्य कार्य सरकारी कारखानो एवं अन्य सरकारी उपक्रमों को सुरक्षा प्रदान करना है। ये बल देश के विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थानों की भी सुरक्षा करता है। इस बल का गठन 1969 में हुआ था। आज इस बल की संख्या लगभग 1.63
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल | |||||
लघुनाम | के.औ.सु.ब | ||||
ध्वज of the केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल. | |||||
संस्था जानकारी | |||||
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स्थापना | 10 मार्च, 1969 | ||||
कर्मचारी | 1,63,418 सक्रिय कर्मी [1] | ||||
वार्षिक बजट | ₹ 13264.68 करोड़ (2023-24 आंकलन)[2] | ||||
वैधानिक वयक्तित्व | सरकारी : सरकारी संस्था | ||||
अधिकार क्षेत्र | |||||
शासी निकाय | गृह मंत्रालय, भारत सरकार | ||||
गठन घटक | केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अधिनियम, 1968 | ||||
सामान्य प्रकृति |
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प्रचालन ढांचा | |||||
मुख्यालय | नई दिल्ली | ||||
मंत्री responsible | अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री | ||||
संस्था कार्यपालक | श्री शील वर्धन सिंह आई.पी.एस, के.औ.सु.ब महानिदेशक | ||||
मातृ संस्था | केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल | ||||
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जालस्थल | |||||
cisf.gov.in | |||||
लाख है। ये बल मुख्य रूप से सार्वजनिक एवं कुछ निजी उपक्रमों की सुरक्षा के आलावा देश के आंतरिक सुरक्षा,विशिष्ट लोगों की सुरक्षा, मेट्रो, परमाणु संस्थान, ऐतिहासिक धरोहरों आदि की भी सुरक्षा करता है।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा संपादित करें
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सी.आई.एस.एफ) द्वारा संभाली जाती है, जो 2007 में दिल्ली पुलिस से पदभार संभालने के बाद से इस प्रणाली की रखवाली कर रहे हैं। [4] ट्रेनों और स्टेशनों की निगरानी के लिए क्लोज-सर्किट कैमरों का उपयोग किया जाता है, और इनके फ़ीड की निगरानी सीआईएसएफ और दिल्ली मेट्रो अधिकारियों द्वारा अपने संबंधित नियंत्रण कक्ष में की जाती है। [5] सिस्टम में कानून और व्यवस्था के मुद्दों से निपटने के लिए 3500 से अधिक सीआईएसएफ कर्मियों को तैनात किया गया है, धातु संसूचकों के अलावा, एक्स-रे बैगेज निरीक्षण प्रणाली और डॉग स्क्वॉड भी सिस्टम को सुरक्षित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। [6] यात्रियों और चालक के बीच आपातकालीन संचार के लिए प्रत्येक ट्रेन कार में इंटरकॉम प्रदान किए जाते हैं। [7] आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों और ट्रेनों में समय-समय पर सुरक्षा अभ्यास किए जाते हैं। [8]
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ "Annual Report 2016-17" (PDF). Ministry of Home Affairs, Government of India. मूल (PDF) से 8 August 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 August 2017.
- ↑ Notes on Demands for Grants, 2018–2019. indiabudget.gov.in
- ↑ "Om Prakash Singh – Executive Record Sheet". Ministry of Home Affairs, भारत सरकार. मूल से 24 April 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 January 2018.
- ↑ PTI (7 March 2007). "CISF to take over Delhi Metro security". The Times of India. मूल से 1 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 January 2019.
- ↑ "Delhi metro parking areas to be bought under CCTV cameras – India – DNA". Dnaindia.com. 21 March 2010. मूल से 26 अगस्त 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 January 2019.
- ↑ Megha Suri Singh (30 March 2010). "Moscow blasts put Metro security in alert mode". The Times of India. मूल से 3 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 January 2019.
- ↑ Security Archived 2010-09-20 at the वेबैक मशीन. Delhi Metro
- ↑ TNN (26 March 2010). "Mock drills at 4 Metro stations". The Times of India. मूल से 4 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 January 2019.