के॰ओ॰आई॰ ९६१ (अंग्रेज़ी: KOI-961) एक लाल बौना तारा है जिस पर कॅप्लर अंतरिक्ष यान द्वारा खगोलशास्त्री अध्ययन कर रहें हैं। आकाश में यह हंस तारामंडल के क्षेत्र में पड़ता है और पृथ्वी से लगभग १३० प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है।

केओआई ९६१ के ग्रहीय मंडल का एक काल्पनिक चित्रण
केओआई ९६१ और उसके तीन ग्रहों के आकारों की तुलना हमारे सौर मंडल के बृहस्पति ग्रह और उसके चार सबसे बड़े चंद्रमाओं से

विवरण और ग्रहीय मंडल

संपादित करें

यह एक M4V श्रेणी का तारा है और इसके इर्द-गिर्द तीन पृथ्वी से छोटे ग़ैर-सौरीय ग्रह परिक्रमा करते हुए पाए गए हैं।[1] यह तारा स्वयं भी बहुत छोटा है और इसका व्यास (डायामीटर) हमारे सूरज के व्यास का एक-छठा है और बृहस्पति ग्रह से केवल ७०% ज़्यादा है। इसके तीन ज्ञात ग्रह पृथ्वी के अकार के केवल ०.५७ से ०.७८ गुना हैं। इतने छोटे तारे की परिक्रमा करने के बावजूद इनका तापमान बहुत ऊँचा है क्योंकि इनकी कक्षाएँ (ऑरबिट) तारे के बहुत पास हैं। यह अपने तारे की एक पूरी परिक्रमा केवल आधे दिन से दो दिनों में पूरी कर लेते हैं और इनका सतही तापमान २०० से ५०० डिग्री सेंटीग्रेड है। इस ऊँचे तापमान की वजह इन ग्रहों पर पानी अपनी द्रव्य अवस्था में नहीं रह सकता और इन ग्रहों को वासयोग्य क्षेत्र से बाहर माना जाता है।[2] जनवरी २०११ तक मिले लगभग ७०० ग़ैर-सौरीय ग्रहों में यह सबसे छोटे थे। इस तारे और उसके ग्रहों के छोटे अकार को देखकर अख़बारों में इसे एक 'सूक्ष्म सौर मंडल' बुलाया जा रहा था।[3]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. Discovery of the smallest exoplanets: The Barnard's star connection Archived 2016-03-05 at the वेबैक मशीन, Science Codex, 11 जनवरी 2012
  2. Mars-sized planet orbits red dwarf star Archived 2012-01-14 at the वेबैक मशीन, Emily Baldwin, Astronomy Now, 11 जनवरी 2012, ... The planets were detected by the Kepler spacecraft around a 130 light year distant red dwarf star known as KOI-961 ... just 0.57 to 0.78 times the size of Earth ... orbiting their star in just half an Earth day to two days they are far from habitable; surface temperatures ranging from 200 to 500 degrees ...
  3. A miniature solar system Archived 2012-01-28 at the वेबैक मशीन, Karl Tate, 11 जनवरी 2011