केन्ज़ाबुरो ओए
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केन्ज़ाबुरो ओए (大江 健三郎 Ōe Kenzaburō?, जन्म 31 जनवरी 1935) एक जापानी लेखक और समकालीन जापानी साहित्य एक बड़ी हस्ती है। फ्रेंच और अमेरिकी साहित्य और साहित्यिक सिद्धांत से प्रभावित उनके उपन्यासों, लघु कहानियों और निबंधों, में राजनीतिक, सामाजिक और दार्शनिक मुद्दों को डील किया गया है जिन में परमाणु हथियार, परमाणु ऊर्जा, सामाजिक गैर-समझौतावाद और अस्तित्ववाद भी शामिल हैं। उन्हें एक " काल्पनिक दुनिया यहाँ जीवन और मिथक आज मानव दुर्दशा का एक चिंताजनक चित्र बनाने के लिए ओत्पोत होते हैं" के सृजन के लिए 1994 में [[साहित्य] में नोबेल पुरस्कार] से सम्मानित किया गया।[1]
केनज़ाबूरो ओए 大江 健三郎 | |
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जन्म | 31 जनवरी 1935 यूचीको, इयहीमे, जापान |
पेशा | उपन्यासकार, कहानी-कार, निबंधकार |
राष्ट्रीयता | जापानी |
काल | 1950-वर्तमान |
उल्लेखनीय कामs | एक निजी मुआमला, ख़ामोश फ़र्याद' |
खिताब | साहित्य में नोबेल पुरस्कार1994 |
नोबेल पुरस्कार साहित्य विजेता, १९९४
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सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ "Oe, Pamuk: World needs imagination" Archived 2008-05-31 at the वेबैक मशीन, Yomiuri.co.jp; May 18, 2008.