केन्ज़ो तांगे
केन्ज़ो तांगे (丹下 健三 Tange Kenzō?, 4 सितम्बर 1913 – 22 मार्च 2005)[1] जापानी वास्तुविद् थे जिन्हें उनकी वास्तुकला के लिए 1987 का प्रिज़कर पुरस्कार मिला। उन्हें 20वीं सदी के सबसे महत्त्वपूर्ण वास्तुकारों में से एक माना जाता है जिन्होंने पाँच महाद्वीपों में बड़े भवनों की बनावट तैयार की। उन्होंने अपने जीवन को जापान एवं विश्व के अन्य भागों में भी विभिन्न नगरों में नये भवनों को आधूनिक एवं पारम्परिक जापानी वास्तुकला के मिश्रण के रूप में बनाने में समर्पित किया।[2]
केन्ज़ो तांगे | |
वर्ष 1981 में एम्स्टर्डम में केन्ज़ो तांगे | |
व्यक्तिगत जानकारी | |
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नाम | केन्ज़ो तांगे |
जन्म तिथि | 4 सितम्बर 1913 |
जन्म स्थान | साकाई, जापान |
मृत्यु तिथि | 22 मार्च 2005 | (उम्र 91 वर्ष)
मृत्यु स्थान | टोकयो, जापान |
शिक्षण संस्थान | टोकयो विश्वविद्यालय |
कार्य | |
उल्लेखनीय इमारतें | हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क, प्लान की योजना, टोक्यो ओलंपिक एरेनाज़, सेंट मैरी कैथेड्रल |
सम्मान एवं पुरस्कार | प्रिज़कर प्राइज़, रीबा स्वर्ण पदक, एआईए गोल्ड मेडल, ऑर्डर ऑफ़ क्लचर, प्रेमियम इमेरियल, ऑर्डर ऑफ़ सेक्रेड ट्रेजर्स |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Glancey, Jonathon (23 मार्च 2005). "Kenzo Tange". द गार्डियन. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2023.
- ↑ केवस, आर डब्ल्यू (2004). Encyclopedia of the City. रूटलेज. पृ॰ 657. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0415862875.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंKenzo Tange से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |