केप्लर-452बी यह केप्लर-452 तारे की परिक्रमा करने वाला एक ग़ैर-सौरीय ग्रह है। इसका खुलासा नासा ने 23 जुलाई 2015 को किया था। यह 1,400 प्रकाश वर्ष दूर है। यहाँ तक पहुँचने के लिए मानव द्वारा निर्मित अब तक के सबसे अधिक गति के यान के द्वारा 25 करोड़ 80 लाख वर्ष तक का समय लग जाएगा।[1]

यह इसके तारे की परिक्रमा पूर्ण करने में 385 दिन का समय लेता है। यह पृथ्वी से पुराना और बड़ा है। इसका द्रव्यमान पृथ्वी से पाँच गुणा है। इसके अधिक द्रव्यमान के कारण इसमें कई सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं। यहाँ से केप्लर-452 को देखने से वह सूर्य की तरह दिखाई देता है। यह धरती से 10 प्रतिशत अधिक ऊर्जा अपने पास के तारे से लेता है।

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 7 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 जुलाई 2015.

बाहरी कड़ियाँ

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