केरल की झीलों तथा नदियों में जलोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें सैकडों नावों की दौड़ प्रतियोगिता होती है जो 'नौका क्रीड़ा' नाम से प्रसिद्ध है। सौ से अधिक मल्लाहों द्वारा खेये जाने वाली सर्पाकार नावों (चुण्डन वल्लम) से लेकर छोटी नावों तक अनेक प्रकार की नावें 'नौका क्रीड़ा' प्रतियोगिता में भाग लेती हैं। ऐसी अनेक नौका क्रीडाएँ हैं जिनमें सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं - 'नेहरू ट्रॉफी नौका क्रीड़ा', 'आरन्मुला उत्रृट्टाति नौका क्रीड़ा', 'पायिप्पाट्टु नौका क्रीड़ा' आदि।