के॰ एल॰ श्रीमाली

भारत के राजनीतिज्ञ एवं शिक्षाविद

कालू लाल श्रीमाली (अंग्रेज़ी: Kalu Lal Shrimali) (जन्म ;दिसंबर १९०९ - देहांत ; ५ जनवरी २०००), इन्हें के॰ एल॰ श्रीमाली के नाम द्वारा भी जाना जाता था। ये एक भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षा मंत्री थे और एक विशिष्ट सांसद और एक शिक्षाविद भी थे।[1]

के॰ एल॰ श्रीमाली
जन्म के॰ एल॰ श्रीमाली
१९०९
उदयपुर, राजस्थान
मौत ५ जनवरी २०००
उदयपुर, राजस्थान
राष्ट्रीयता भारतीय
पेशा पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री, पूर्व सांसद

इनका जन्म दिसंबर १९०९ को भारतीय राज्य राजस्थान के उदयपुर जिले में हुआ था और इन्होंने अपनी शिक्षा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय और साथ ही कोलंबिया विश्वविद्यालय तथा न्यूयॉर्क में पूरी की थी।[2]

इन्होंने १९५५ से अगस्त १९६३ तक केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था। श्रीमाली ने राज्यसभा में अप्रैल १९५२ से अप्रैल १९६२ और अप्रैल १९५६ से अप्रैल १९६२ तक राजस्थान राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया था।

इन्होंने कई शैक्षिक और विभिन्न सामाजिक कल्याण संगठनों के साथ जुड़े हुए थे और इनके साथ कार्य किया था। श्रीमाली एक मासिक शैक्षणिक पत्रिका "जन शिक्षा" के संपादक रह चुके थे और उनके क्रेडिट के लिए कई प्रकाशन भी थे। शिक्षा में उनके योगदान के लिए उन्हें १९७६ में भारतीय सरकार ने पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था।

०५ जनवरी २००० को राजस्थान के उदयपुर ज़िले में ९० वर्ष की उम्र में इनका निधन हो गया था।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Vidyalaya.in. "Padam Vibhushan recipient K L Shrimali" [पद्म विभूषण के प्राप्तकर्ता के एल श्रीमाली]. मूल से 28 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 सितम्बर 2017.
  2. Selected Works Of Maulana Abul Kalam Azad. पपृ॰ 344 पृष्ठ. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8171563090. मूल से 29 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 सितम्बर 2017.