जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्‍व में 1957 के केंद्रीय मंत्रिमंडल में के चेंगलाराय रेड्डी को कार्य, आवास और आपूर्ति मंत्री नियुक्‍त किया गया। रेड्डी को कर्नाटक का पहला मुख्‍यमंत्री बनने का गौरव प्राप्‍त है। कर्नाटक के कोलार जिले में 4 मई 1902 को जन्‍में के चेंगलाराय रेड्डी बचपन से क्रांतिकारी विचारों के थे। उन्‍होंने कर्नाटक समेत पूरे देश में कई बार ब्रिटिश काल के खिलाफ बड़े आंदोलन किए। कानून से स्‍नातक की डिग्री हासिल करने के बाद चेंगलाराय रेड्डी 1930 में प्रजा पक्ष नाम से पार्टी बनाई और इसे अध्‍यक्ष बने।

ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ मैसूर में अलग सरकार बनाने के लिए उन्‍होंने प्रजा मित्र मंडल के साथ मिलकर प्रजा संयुक्‍त पक्ष नाम से संगठन बनाया। बड़ी संख्‍या में किसानों ने चेंगलाराय रेड्डी का साथ दिया। स्‍वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्‍होंने संगठन को भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस में विलय कर दिया। 1937 से 38 और 1946 से 47 तक वह दो बार मैसूर कांग्रेस के अध्‍यक्ष चुने गए। 1952 में वह मैसूर विधानसभा से सदस्‍य चुने गए। वह 1952 में राज्‍यसभा सदस्‍य भी बने। 1957 में कोलार सीट से विजयी होकर वह लोकसभा पहुंचे और केंद्र सरकार में आवास और आपूर्ति समेत वाणिज्य और उद्योग मंत्री के तौर पर कार्य संभाला। 1965 में वह मध्‍य प्रदेश के गवर्नर भी नियुक्‍त किए गए।