कैलाश वानखेड़े वर्ष 2017 के हंस कथा सम्मान से सम्मानित कथाकार हैं। इनकी अभी तक एक रचना प्रकाशित हुई है जिसका नाम सुलगन है।[1][2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "जिपं सीईओ कैलाश वानखेड़े को मिलेगा इस साल का हंस कथा सम्मान 2017". Dainik Bhaskar. 27 जुलाई 2017. अभिगमन तिथि 14 मई 2021.
  2. Wankhede, Kailash (2019). Sulgan (अंग्रेज़ी में). Rajkamal Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-88753-66-1. अभिगमन तिथि 14 मई 2021.