कैवल्यधाम (पूरा नाम : कैवल्यधाम स्वास्थ्य और योग अनुसंधान केंद्र ), आधुनिक विज्ञान के साथ प्राचीन योग कला और परम्परा का समन्वय करने के लिए एक विशिष्ट उद्देश्य के साथ स्थापित एक आध्यात्मिक, चिकित्सीय और अनुसंधान केन्द्र है। इसकी स्थापना 1924 में स्वामी कुवलयानन्द ने की थी। उसी समय उन्होंने योग मीमांसा पत्रिका निकालना आरम्भ किया था। [1] कैवल्यधाम पुणे के पास लोनावला (महाराष्ट्र, भारत) में स्थित है। भारत, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका तथा कुछ अन्य देशों में इसकी छोटी-छोटी अन्य शाखाएँ भी हैं।

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कैवल्यधाम स्वास्थ्य एवं योग अनुसन्धान केन्द्र

कैवल्यधाम वैज्ञानिक और दार्शनिक-साहित्यिक अनुसंधान करने के साथ-साथ योग और आयुर्वेद के द्वारा स्वास्थ्य देखभाल और योग की शिक्षा प्रदान करता है।

कैवल्यधाम में एक प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र भी है। इसके विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रति वर्ष लगभग 250 छात्र प्रवेश लेते हैं। इसमें प्रवेश लेने वाले छात्र भारत के साथ विदेशों से (मुख्य रूप से चीन, जापान, कोरिया, फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा से) भी आते हैं।

कैवल्यधाम एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है जिसे भारत सरकार से कुछ धन प्राप्त होता है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Tune in to the Yogic way", The Times Of India, Mumbai, 25 October 2004. Retrieved on 12 November 2012.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें