कॉइन ऑप्रेटेड बेबीज़ उन शिशुओं को कहा जाता है जिन्हें सार्वजनिक लॉकरों में छोड़ दिया जाता है, जो ज़्यादा-तर जापान और चीन में हुआ करता है। इसके पीछे एक धारण यह है कि ऐसे लॉकरों को वहाँ के सेवक/ पदाधिकारी खते रहते हैं और उन बच्चों को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा; परन्तु ऐसा न होने के कारण ऐसे कई बच्चे मृत हो चुके हैं। 1980 से 1990 के बीच 191 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें ये बच्चे मुर्दा पाए गए, जो इस अर्से की कल बाल हत्या के मामलों की 6% तादाद है। हाल के कुछ सालों में ओसाका की सरकार ने एक गुट नियुक्त किया है जिसका लक्ष्य शोषित और अनदेखापन के शिकार बच्चों को खोज निकालना और उनकी सुरक्षा का प्रबंध करना। 1993 में इन लोगों के लिए एक निर्देशिका प्रकाशित की जिसमें बाल शोषण से जोजने के बारे में लिखा था। इसमें समस्या यह है कि जापानी प्रशासन अब भी शोषण से सम्बंधित पुराने नियमों का इस्तिमाल करती है। आधुनिक नियमों की तय्यारी के प्रयास भी जारी हैं।[1]

इन्हें भी देखें

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  1. Kouno, Akihisa; Charles F. Johnson (1995). "Child abuse and neglect in Japan: Coin-operated-locker babies". Child Abuse and Neglect. 19 (1): 25–31. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0145-2134. डीओआइ:10.1016/0145-2134(94)00108-7.