कॉफ़ीख़ाना
कॉफ़ीख़ाना, कॉफ़ीघर या कॉफ़ीहाउस (coffeehouse) ऐसे स्थान को बोलते हैं जो ग्राहकों को कॉफ़ी का पेय बनाकर पिलाए। यह बहुत हद तक चायख़ाने की तरह होता है और इसे एक प्रकार का विशेष रेस्तरां समझा जा सकता है। अक्सर इसमें कॉफ़ी के साथ-साथ चाय, चॉकलेट पेय और हलकी खाने की चीज़ें भी उपलब्ध होती हैं। यूरोप, तुर्की, ईरान और मध्य पूर्व के अन्य भागों में कॉफ़ीख़ानों का बहुत रिवाज है। अरब देशों और मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों के कॉफ़ीख़ानों में अक्सर हुक़्क़े भी मिलते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में भी कुछ स्थानों पर कॉफ़ीख़ाने मौजूद हैं।
विश्व के कई स्थानों में कॉफ़ीख़ानों का गहरा सांस्कृतिक महत्व है। उत्तर भारत के चायख़ानों की तरह वही लोगों के मिलने का स्थान होते हैं। अक्सर लेखक अपनी लिखाईयाँ कॉफ़ीख़ानों में रचते हैं। अपने स्थाई ग्राहकों के लिए कॉफ़ीख़ाने एक अनौपचारिक सभा-स्थल का काम देते हैं।[1]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंThis is comp letely wrong. Google Account hacked by someone # +91 8800335256
संपादित करें- ↑ Coffee: Philosophy for Everyone: Grounds for Debate, John Wiley & Sons, 2011, ISBN 978-1-4443-9337-8, ... in the cultural imagination, the coffeehouse represents a place of artistic and intellectual vibrancy ...