फिरोज शाह कोटला, दिल्ली का एक ऐतिहासिक किला है जिसे तुगलक वंश के शासक फिरोज शाह तुगलक ने 1354 में बनवाया था। यह किला यमुना नदी के किनारे स्थित है और इसे उस समय के तुगलक वास्तुकला की उत्कृष्टता का प्रतीक माना जाता है। इसे फिरोजाबाद के नाम से प्रसिद्ध शहर के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया था, जो दिल्ली का पांचवा नगर था।

विशेषताएं:

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  1. अशोक का स्तंभ: किले की सबसे प्रसिद्ध धरोहर मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया स्तंभ है। यह मूल रूप से मेरठ से लाया गया था और इसे फिरोज शाह कोटला में स्थापित किया गया। यह स्तंभ पाली और ब्राह्मी लिपि में अशोक के शिलालेखों के लिए प्रसिद्ध है।
  2. जमास्केट (जामा मस्जिद): किले के परिसर में एक भव्य मस्जिद है जिसे फिरोज शाह ने बनवाया। यह मस्जिद अपनी ऊंची मीनारों और बड़े प्रांगण के लिए जानी जाती है।
  3. बाग़ और बावड़ी: किले में एक खूबसूरत बाग और एक बड़ी बावड़ी (सीढ़ीदार कुआं) है, जो जल संरक्षण के लिए बनाया गया था।

ऐतिहासिक महत्व:

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यह किला उस समय के दिल्ली सल्तनत के गौरव को दर्शाता है और दिल्ली के इतिहास में इसे एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। आज यह स्थान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के संरक्षण में है और एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।