कोट्टयन कटंकोट वेणुगोपाल

भारतीय सरकारी वकील

कोट्टयन कटंकोट वेणुगोपाल (जन्म 1931), भारत के 15वें अटार्नी जनरल (महान्यायवादी) हैं। वेणुगोपाल जानेमाने संवैधानिक विशेषज्ञ हैं और उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। इससे पूर्व वह मोरारजी देसाई की सरकार में वर्ष 1977-79 में भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि अटार्नी जनरल भारत सरकार का प्रथम विधि अधिकारी होता है। वह उच्चतम न्यायालय और राज्य के उच्च न्यायालयों में भारत सरकार का पक्ष रखता है। अटार्नी जनरल को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही में भाग लेने एवं बोलने का अधिकार है, लेकिन मत देने का अधिकार नहीं है। उन्हें सन २००२ में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। [1][2]

कोट्टयन कटंकोट वेणुगोपाल

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "सीनियर एडवोकेट केके वेणुगोपाल बने भारत के नए अटॉर्नी जनरल". मूल से 3 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जुलाई 2017.
  2. "केके वेणुगोपाल ने अटॉर्नी जनरल का पदभार संभाला". मूल से 6 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जुलाई 2017.



1979