कोरोना द्रव्य उत्क्षेपण

(कोरोनल मास एजेक्सन से अनुप्रेषित)

कोरोना द्रव्य उत्क्षेपण (coronal mass ejection) सूरज के कोरोना से एक असामान्य रूप से बड़ी प्लाज़्मा और उस से सम्बन्धित चुम्बकीय क्षेत्र की मात्रा को अंतरिक्ष में फेंक दिये जाने की परिघटना को कहते हैं। यह अक्सर सौर प्रज्वालों (solar flares) के बाद होता है और सौर उभार (solar prominence) के उमड़ावों के साथ देखा जाता है। इसमें फेंका गया प्लाज़्मा सौर पवन का भाग बन जाता है और कोरोनादर्शी में देखा जा सकता है।[1][2][3]

सूरज की सतह पर एक सक्रीय क्षेत्र से उठते हुए कोरोना द्रव्य उत्क्षेपण के चाप

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Christian, Eric R. (5 March 2012). "Coronal Mass Ejections". NASA/Goddard Space Flight Center. मूल से 18 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 July 2013.
  2. Hathaway, David H. (14 August 2014). "Coronal Mass Ejections". NASA/Marshall Space Flight Center. मूल से 3 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 July 2016.
  3. "Coronal Mass Ejections". NOAA/Space Weather Prediction Center. मूल से 27 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 July 2016.