क्रायोजेनिक इंजन-7.5 (Cryogenic Engine-7.5) एक 'क्रायोजेनिक इंजन है। जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने जीएसएलवी मार्क-2 के ऊपरी चरण के लिए विकसित किया गया है। यह इंजन क्रायोजेनिक ऊपरी चरण परियोजना के तहत विकसित किया गया है। इसका प्रयोग रूस का क्रायोजेनिक इंजन केवीडी-1(KVD-1) को स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन से बदलने का था। जीएसएलवी मार्क-1 में रूस के क्रायोजेनिक इंजन केवीडी-1 का प्रयोग होता था। लेकिन जीएसएलवी मार्क-2 संस्करण में स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का प्रयोग किया गया।[1]

क्रायोजेनिक इंजन-7.5
Cryogenic Engine-7.5
मूल देश  भारत
तारीख 2002
डिजाइनर द्रव नोदन प्रणाली केंद्र(LPSC)
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
निर्माता हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
अनुप्रयोग ऊपरी चरण बूस्टर
स्थिति उपयोग में
लंबाई 2.14 मी॰ (7.0 फीट)
व्यास 1.56 मी॰ (5.1 फीट)
शुष्क वजन 435 कि॰ग्राम (959 पौंड)
तरल ईंधन मोटर इंजन
ईंधन तरल ऑक्सीजन / तरल हाइड्रोजन
चक्र स्टेज्ड दहन
विन्यास
चैंबर 1
प्रदर्शन
थ्रस्ट (निर्वात) 73.5 कि॰न्यू. (16,500 पौंड-बल)
चैंबर दबाव 5.8 मेगा॰पास्कल (58 bar) / 7.5 मेगा॰पास्कल (75 bar)
विशिष्ट आवेग(Isp) (निर्वात) 454 second (4.45 km/s)
इस्तेमाल में

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "CE-7.5". मूल से 10 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 सितंबर 2016.