खाद्य गुणवत्ता से आशय खाद्य पदार्थों के उन गुणात्मक लक्षणों से है जो उपभोक्ता की दृष्टि से सुरक्षित और स्वीकार्य हैं। खाद्य गुणवत्ता के मानक भोजन में इस्तेमाल होने सभी चीजों के बाहरी गुणों (रंग, महक, आकार इत्यादि) तथा उनके रासायनिक और पोषक गुणों को ध्यान में रख कर निश्चित और नियमित किये जाते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोडेक्स कमीशन नामक संस्था और भारत में "खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (fssai)" खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित करने के प्रयास करते हैं।

भारत में यह खाद्य सुरक्षा एवम् मानक अधिनियम, २००६[1] द्वारा नियमित किये जाते हैं।


भारतीय संदर्भों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तुलना में ख़राब स्तर का भी बताया जाता रहा है। [2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "खाद्य सुरक्षा एवम् मानक अधिनियम, २००६" (PDF). मूल (PDF) से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अक्तूबर 2015.
  2. Quality of Indian food still not of intl standard Times of India पर।

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें