गरान ऍलड
गरान ऍलड विक लिंडस्ट्रांड दवारा बनाई एक मूर्ति है जो ऊमेओ शहिर के ऊमेओ सैंट्रल स्टेशन के सामने उपस्थित है। यह 9 मीटर लंबी है और 1970 में इसके उदघाटन समें यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति थी।[1]
गरान ऍलड की तस्वीर | |
कलाकार | विक लिंडस्ट्रांड |
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वर्ष | 1970 |
प्रकार | Public work of art |
सामग्री | कांच |
परिमाप | 900 cm (350 इंच) |
स्थान | {{{museum}}}Järnvägstorget, ऊमेओ, स्वीडन |
63°49′46″N 20°15′59″E / 63.82944°N 20.26639°E | |
मालिक | ऊमेओ नगरपालिका |
मूर्ति
संपादित करेंयह मूर्ति कांच के तीन स्तंभों से बनी है। यह स्तंभ 9 मिलीमीटर पतली 3000 कांच की प्लेटों से बनाए गये हैं। इन प्लेटों के जोड़ने के लिए एपोक्सी गलू की मदद ली गई तांकि यह सख्त से सख्त मौसम में भी बरकार रहें।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "Skulptören Vicke Lindstrand". मूल से 25 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 मार्च 2011.