गुरुडोंगमर झील

(गुरूडोंगमर से अनुप्रेषित)

गुरुडोंगमर झील (Gurudongmar Lake) भारत के सिक्किम राज्य के उत्तर सिक्किम ज़िले में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह 5,430 मीटर (17,800 फुट) पर है और हिन्दूबौद्ध धर्मों के भक्तों के लिए पवित्र मानी जाती है। झील का नाम गुरु पद्मसम्भव पर पड़ा है, जो गुरु रिन्पोछे भी कहलाते हैं और जिन्होंने तिब्बती बौद्ध धर्म की स्थापना करी थी और जिन्होंने 8वीं शताब्दी में इस झील की यात्रा करी थी।[1][2]

गुरुडोंगमर झील
Gurudongmar Lake
गुरुडोंगमर झील
Buddhist Holy Lake -Gurudongmar Lake
गुरुडोंगमर झील is located in सिक्किम
गुरुडोंगमर झील
गुरुडोंगमर झील
गुरुडोंगमर झील की स्थिति
गुरुडोंगमर झील is located in भारत
गुरुडोंगमर झील
गुरुडोंगमर झील
गुरुडोंगमर झील (भारत)
स्थानउत्तर सिक्किम ज़िला, सिक्किम
निर्देशांक28°01′N 88°43′E / 28.02°N 88.71°E / 28.02; 88.71निर्देशांक: 28°01′N 88°43′E / 28.02°N 88.71°E / 28.02; 88.71
द्रोणी देश भारत
सतही क्षेत्रफल118 हेक्टेयर (290 एकड़)
तट लम्बाई15.34 किलोमीटर (17,500 फीट)
सतही ऊँचाई16,909 फीट (5,154 मी॰)
बस्तियाँमंगन 122 किमी
लाचेन 67 किमी
1 तट लम्बाई का मापन सटीक नहीं होता है

हिन्दुओं और बौद्धों के बीच लोकप्रिय यह झील सिक्किम की सबसे पवित्र झीलों में एक मानी जाती है। समुद्र तल से 17800 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह झील गंगटोक से 190 किलोमीटर की दूरी पर है। माना जाता है कि झील में हमेशा बर्फ जमी रहती थी और यहां पीने के पानी का अभाव था। जब गुरू पद्मसंभव यहां से गुजर तो स्थानीय लोगों ने उनसे पानी की व्यवस्था करने को कहा। लोगों की इस समस्या से निदान के लिए गुरू ने झील का एक हिस्सा स्पर्श किया और बर्फ पिघल गई। कहा जाता है कि कडाके की ठंड में भी झील का यह हिस्सा बर्फ में तब्दील नहीं होता। इस झील को देखने के लिए हमेशा सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है।

इन्हें भी देखें

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  1. "North Sikkim - Tourist Places - Gurudongmar Lake". District North Sikkim, Government of Sikkim | District Administrative Centre, Mangan, North Sikkim | India. District North Sikkim, Government of Sikkim | District Administrative Centre, Mangan, North Sikkim | India.
  2. Dalvindar Singh Grewal (January 1995). Guru Nanak's travel to Himalayan and East Asian Region: a new light. National Book Shop. पपृ॰ 67–68. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7116-177-5.