गुलाबो सपेरा

भारतीय लोक नृत्यांगना

गुलाबो सपेरा (या धनवंतरी) राजस्थान, भारत की एक लोक नृत्यांगना हैं।[1][2][3]

गुलाबो सपेरा
जन्म 1970
राजस्थान
नागरिकता भारत Edit this on Wikidata
पेशा नर्तक / नर्तकी Edit this on Wikidata
पुरस्कार कला में पद्मश्री श्री Edit this on Wikidata
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी श्रीमती गुलाबो सपेरा को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान करते हुए

गुलाबो अपने माता-पिता की सातवीं संतान थी। जन्म के सिर्फ एक घंटे बाद ही उन्हें दफनाया गया था, लेकिन बाद में उनकी मौसी ने उन्हें बचा लिया। उनका जन्म 1970 में घुमंतू कालबेलिया समुदाय में हुआ था। गुलाबो सपेरा जीवन में बाद में एक प्रसिद्ध नर्तकी बन गईं। उनके पिता द्वारा उनका नाम गुलाबो रखा गया था। वह टिटि रॉबिन के संगीत कार्य में बहुत सक्रिय हैं।[4]

२०११ में, गुलाबो ने रियलिटी टेलीविजन शो बिग बॉस में प्रतियोगी नं 12 के रूप में भाग लिया। उन्होंने अपने जन्म के पीछे की सच्चाई के बारे में वहां खुलकर बात की और बताया कि कैसे उनके परिवार के कुछ रिश्तेदारों ने उन्हें जिंदा दफनाने की कोशिश की जब उनके पिता घर से दूर थे, क्योंकि परिवार में पहले से ही तीन अन्य लड़कियां थीं। गुलाबो के पिता देवी उपासक थे, इसलिए वह हमेशा अपनी सभी बेटियों को देवी के आशीर्वाद के रूप में प्यार करते थे और विशेष रूप से सबसे कम उम्र की पुत्री से उन्हें लगाव था, क्योंकि उन्हें डर था कि कोई उनकी अनुपस्थिति में उसकी हत्या कर सकता है। इस कहानी को बिग बॉस (सीज़न 5) में प्रदर्शित किया गया था क्योंकि उन्होंने दर्शकों को खुद इसके बारे में सूचित किया था। फ्रेंच में थियरी रॉबिन और वेरोनिक गुइलियन द्वारा गुलाबो पर एक पुस्तक भी लिखी गई है।[5]

उन्होंने कालबेलिया लोकनृत्य को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। भारत सरकार ने उन्हें २०१६ में पद्म श्री के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया।[6]

टेलीविजन

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वर्ष शो भूमिका चैनल टिप्पणी
२०११ बिग बॉस 5 प्रतिभागी कलर्स टीवी २ हफ्ता १४ दिन, निष्कासित
  1. "गुलाबो". दैनिक भास्कर. ४ अक्टूबर २०१५.
  2. "पद्मश्री गुलाबो सपेरा ने उठायी राजस्थान में लोक कला बोर्ड बनाने की मांग". ज़ी न्यूज़. १९ मार्च २०१९. मूल से 20 मार्च 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 फ़रवरी 2020.
  3. "मुझे तो लोग डायन कहते थे: गुलाबो सपेरा". बीबीसी हिन्दी. २८ दिसम्बर २०१७.
  4. "गुलाबो सपेरा मौत पर जिंदगी की जीत". आज तक. ११ फरवरी २०१६.
  5. Thierry Robin and Véronique Guillien (१०००) Gulabi Sapera, danseuse gitane du Rajasthan, ISBN 2-7427-3129-6
  6. "पद्म पुरस्कार २०१६". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. २०१६. मूल से 29 मार्च 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २ फरवरी २०१६.