गेब्रियल बोरिक
गेब्रियल बोरिक (स्पेनी: Gabriel Boric) चिली के केंद्र-वामपंथी राजनीतिज्ञ हैं।[1] वह 2011 की चिली की लामबंदी में एक महत्वपूर्ण छात्र नेता थे और 2014 से वह चिली के चैम्बर ऑफ़ ड्यूपिटीज़ हैं।[2]
वह अति दक्षिणपंथी राजनीतिज्ञ जोस कास्तो को पछाड़कर 2021 के चुनावों के दौरान चिली के राष्ट्रपति चुने गए। इनका राष्ट्रपति कार्यकाल 11 मार्च 2022 से शुरू होगा।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Molina, Federico Rivas (2021-12-19). "Gabriel Boric, la nueva cara de la izquierda en América Latina". El País (स्पेनिश में). अभिगमन तिथि 2021-12-21.
- ↑ El Mostrador (2021-12-20). "Gabriel Boric, el líder estudiantil del 2011 que se abrió camino a La Moneda 10 años después". El Mostrador (स्पेनिश में). अभिगमन तिथि 2021-12-21.
- ↑ "José Antonio Kast reconoce su derrota". https://www.facebook.com/RadioDuna (स्पेनिश में). अभिगमन तिथि 2021-12-21.
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में बाहरी कड़ी (मदद)
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