गोपाल एक प्राचीन भारतीय गणितज्ञ थे।[1] इन्होने ११३५ में उन संख्याओं का अध्ययन किया था जिन्हें आजकल फिबोनाकी संख्याएँ या गोपाल-हेमचन्द्र संख्याएँ कहा जाता है।[2]

  1. अज्ञात (13 फ़रवरी 2015). "भारतीय के गौरवशाली गणितज्ञ". ठलुआ क्लब. मूल (गणितज्ञो कि सूची) से 19 नवंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 नवम्बर 2015 19 नवम्बर 2015. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद); |access-date=, |year= / |date= mismatch में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  2. Knuth, Donald (1968), The Art of Computer Programming 1, Addison Wesley, ISBN 81-7758-754-4, "Before Fibonacci wrote his work, the sequence Fn had already been discussed by Indian scholars, who had long been interested in rhythmic patterns... both Gopala (before 1135 AD) and Hemachandra (c. 1150) mentioned the numbers 1,2,3,5,8,13,21 explicitly [see P. Singh Historia Math 12 (1985) 229–44]" p. 100 (3d ed)..."


इन्हें भी देखें

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