गोलाकार प्रोटीन (globular proteins) या स्फ़ेरोप्रोटीन (spheroproteins) ऐसे प्रोटीन होते हैं जो गोले का आकार रखते हैं। इसमें प्रोटीन के अणु (मोलिक्यूल) अपने ही ऊपर मुड़कर गोले के आकार में होते हैं। यह प्रोटीनों की तीन मुख्य श्रेणियों में से एक है और बाक़ी दो रेशेदार प्रोटीन तथा झिल्ली प्रोटीन होते हैं। गोलाकार प्रोटीन पानी में कुछ हद तक मिलने में सक्षम होते हैं और कोलॉइड बना लेते हैं, जबकि रेशेदार व झिल्ली प्रोटीन पानी में लगभग बिलकुल ही नहीं घुलते।[1] गोले का आकार प्रोटीनों में कई व्यवस्थाओं और ढांचों द्वारा बनता है, और इनमें से एक विशेष ढांचे को "ग्लोबिन मोड़" (globin fold) कहते हैं। रक्त में बहने वाला हीमोग्लोबिन एक गोलाकार प्रोटीन है जिसमें ग्लोबिन मोड़ देखा जाता है।[2]

हीमोग्लोबिन का त्रिआयामी ढांचा - यह एक गोलाकार प्रोटीन है

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. Andreeva, A (2014). "SCOP2 prototype: a new approach to protein structure mining". Nucleic Acids Res. 42: D310-4. डीओआई:10.1093/nar/gkt1242. पीएमसी 3964979. पीएमआईडी 24293656.
  2. MeSH Globins