इस लेख में अनेक समस्याएँ हैं। कृपया इसे सुधारने में मदद करें या वार्ता पृष्ठ पर इन समस्याओं पर चर्चा करें।
इस लेख की सामग्री पुरानी है। कृपया इस लेख को नयी मिली जानकारी अथवा नयी घटनाओं की जानकारी जोड़कर बेहतर बनाने में मदद करें।
(जनवरी 2017) |
इस लेख में विश्वसनीय तृतीय पक्ष प्रकाशित सामग्री से संदर्भ की आवश्यकता है। प्राथमिक स्रोत या विषय से संबद्ध स्रोत आम तौर पर विकिपीडिया लेख के लिये पर्याप्त नहीं होते। कृपया विश्वसनीय स्रोतों से उचित उद्धरण जोड़ें। |
|
गोवरघंटे यात्राकळ् मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार आनंद (पी. सच्चिदानंदन) द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1997 में मलयालम भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]