गौतम सचदेव (८ जून १९३९-२९ जून २०१२)ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। गौतम सचदेव ब्रिटेन में बसने से पहले बाल साहित्य में भारतीय राष्ट्रपति से सम्मान पा चुके थे। प्रेमचन्द की कहानियों पर उनकी डॉक्टरेट की थीसिस पुस्तक रूप में प्रकाशित हो चुकी थी। गौतम सचदेव ने हिन्दी साहित्य की प्रत्येक विधा में अपना हाथ आजमाया है। कविता, ग़ज़ल, लेख, कहानी, व्यंग्य, आलोचना सभी विधाओं में समान रूप से लिखते हैं और इन सभी विधाओं में उनके संकलन भी प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी बहुत सी कहानियों में विभाजन की पीड़ा, त्रासदी, दुख, टूटन देखे जा सकते हैं। उनके व्यंग्य आमतौर पर राजनीतिक, सामाजिक स्थितियों पर टिप्पणियां करते हैं। व्यंग्य लेखन में वे पात्रों एवं घटनाओं का इस्तेमाल नहीं करते। बी.बी.सी. रेडियो हिन्दी सेवा से वर्षों से जुड़े रहे गौतम सचदेव के लेखन में भाषा की पकड़, स्थितियों की समझ, कथानक का विकास, शिल्प के प्रयोग सभी उच्च श्रेणी के हैं।

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साहित्य के साथ-साथ गौतम सचदेव की अभिनय में भी ख़ासी दिलचस्पी रही है और हाल ही में उन्होंने लंदन के नेहरू सेंटर में योर्स कृष्ण मेनन नाटक में लाला लाजपत राय की यादगार भूमिका निभाई थी। इसके अलावा इसी नाटक में उन्होंने पूर्व रक्षा मंत्री कृष्ण मेनन के पिता अच्चा का भी सशक्त अभिनय किया था। हालांकि गौतम सचदेव हिंदी साहित्य से जुड़े रहे है लेकिन योर्स कृष्ण मेनन नाटक अंग्रेज़ी में होने के बावजूद लाला जी का किरदार निभाते समय उनके अभिनय में सहजता देखते ही बनती थी।