गौरीराम गुप्ता उत्तर प्रदेश से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राजनेता थे। वे उत्तर प्रदेश के प्रथम विधान सभा के सदस्य थे। सन १९५२ में वे पहली बार गोरखपुर के फरेन्दा से विधायक चुने गये। इसके बाद वें सन १९६७ में दूसरी बार विधायक बने। [1][2] सन १९६९ में इनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्यारी देवी अग्रहरि फरेन्दा विधान सभा से ही विधायिका चुनी गई। [3]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "History: Legislative Assembly of Uttar Pradesh". Uttar Pradesh Legislative Assembly website. मूल से 27 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि मई 2015. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  2. "1951 Election Results" (PDF). Election Commission of India website. मूल से 25 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि मई 2015. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  3. "महिला को नहीं दिखाया विधान सभा का रास्ता". Daily Bhaskar. January 16, 2012.