ग्रहगणिताध्याय
ग्रहगणिताध्याय (अर्थात, 'ग्रह-गणित सम्बन्धी अध्याय'), भास्कराचार्य द्वारा रचित ग्रन्थ सिद्धान्त शिरोमणि के चार भागों में से एक भाग है। अन्य तीन भाग लीलावती, बीजगणित, तथा गोलाध्याय हैं।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ दिनकर जोशी (२००५). Glimpses of Indian Culture [भारतीय संस्कृति की झलक] (अंग्रेज़ी में). स्टार पब्लिकेशन. पृ॰ ७१-७२. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788176501903.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- गणिताध्याय का मूलपाठ[मृत कड़ियाँ] (विकिस्रोत)
- ग्रहगणिताध्याय (गूगल पुस्तक ; जीवाननन्द विद्यासागर भट्टाचार्य द्वारा प्रकाशित)
- गणिताध्याय (केवल पूर्वाध) (आनन्दाश्रम से प्रकाशित)