इस माप को यह समझकर भ्रमित न हों : आभासी परिमाण (कान्ति अर्थात् चमक का लघुगणकीय पैमाना), जो कि भिन्न है।

सूर्यग्रहण में, ग्रहण का परिमाण, वह अनुपात है जो ग्रहण के दौरान चंद्रमा तथा सूर्य के आभासी कोणीय व्यासों के बीच होता है। दोनों के आभासी आकार लगभग बराबर होते हैं, परंतु पृथ्वी तथा चंद्रमा के बीच की दूरी बदलने से ये बदलते रहते हैं। (पृथ्वी व सूर्य के बीच की दूरी भी बदलती रहती है, परंतु इसका प्रभाव तुलनात्मक रूप से हल्का होता है।)


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