ग्राफीन
यह एक अणु की मोटाई वाली सामान्य कार्बन की एक पतली परत है जो विलक्षण गुण प्रदर्शित करती है। इसकी खोज आंद्रे जीम (51) और कोंसटांटिन नोवोसेलोव (36) ने की जिसके लिए उन्हें वर्ष 2010 का भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
ग्राफीन कार्बन की ही एक अपररूप है और ये एक 2D मैटेरियल (पदार्थ) है, अब यह मटेरियल 2D कैसे है, वो इस तरह कि इस मैटेरियल की कोई मोटाई नहीं है, ये सिर्फ एक अणु की सपाट परत है, इसे दुनिया का सबसे मजबूत मैटेरियल माना गया है।
ग्राफीन से 100 गुना ज्यादा मजबूत है और सबसे बड़ी बात कि इसका वजन बिलकुल भी नहीं है, इसकी 1 स्क्वायर मीटर की शीट का वजन मात्र 0.77 ग्राम है, यह ऊष्मा और बिजली (Electricity) को 0% ऊर्जा क्षय के साथ ट्रांसफर कर सकता है।
इसके अन्य खास गुणों में इसका लचीलापन बहुत ही ज्यादा है बहुत ही आसानी से खींच सकते है, और इसके अलावा भी इस मैटेरियल में इतने फीचर्स है की हम सोच भी नहीं सकते है ये मैटेरियल एक तरह से पूरी दुनिया को बदल सकता है , क्योंकि इसमें इतने फीचर है कि इसका उपयोग हर जगह हर क्षेत्र में किया जा सकता है।
1. Rust Proofing (जंग रोधक ) -
अगर किसी भी पेंट में ग्राफीन मिला कर किसी चीज को पेंट किया जाये चाहे वो फिर कोई कार हो ऐसी कोई भी चीज जिसे जंग लग जाता है अगर उसे इसके साथ पेंट किया जायेगा तो वो चीज हमेशा के लिए जंग रोधक हो जायेगी उसे जंग लगने से बचाया जा सकता है, साधारण पेंट की तुलना में।
2. Water Filter (पानी को निथारना) -
ऊपर फोटो में आपने देखा है की ये दिखने में एक जाल के जैसा है लेकिन ये जाल जैसा नहीं दिखता है, साधारण तौर पर देखने पर इसमें आपको छिद्र दिखाई नहीं देते, लेकिन ये होल इसमें होते है जिसकी मदद से इसके पानी को साफ़ करना इसके लिए बहुत आसान सा काम है।
3.Speaker Aur Mic -
ग्राफीन, डायाफ्राम की तरह भी काम कर सकता है, इसमें जब इलेक्ट्रिकल चार्ज देंगे तो ये बहुत बढ़िया क्वालिटी की साउंड प्रोड्यूस करेगा और ये बहुत ही छोटे इयरफोन के लिए हाई क्वालिटी के साउन्ड देने वाले स्पीकर बनाए जा सकेंगे।
4. Artificial Muscle (कृत्रिम मांसपेशिया ) -
जैसा की मैंने पहले ही बताया है कि ये बहुत ही लचीला मैटेरियल है इसका फायदा कृत्रिम मांसपेशियाँ बनाने में बहुत ही फायदेमंद होगा।
5. Super Capacitor -
सुपर Capacitor एक ऐसी टेक्निक है जिसकी मदद से आप अपने फ़ोन को सिर्फ 5-10 मिनट तक चार्ज करे और फिर 10-15 दिन तक उसे इस्तेमाल करे, उसे बार बार चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, ये कैपसीटर बैटरी की जगह इस्तेमाल होंगे और आपको फास्ट चार्जिंग का नया फीचर मिलेगा।
6. Flexible Electronic
जब इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स में ग्राफीन का इस्तेमाल होगा तो उनका साइज़ भी कम हो जायेगा और जो हीटिंग की दिक्कत होती है बहुत ही कम हो जाएगी, और जो हमारे कंप्यूटर मोबाइल की स्पीड है वो भी बहुत ज्यादा हो जाएगी।
ये बहुत थोड़ी सी एप्लीकेशन है जहां पर ग्राफीन का इस्तेमाल किया जायेगा ऐसी ही बहुत सारी एप्लीकेशन है जंहा पर इसका इस्तेमाल किया जायेगा, डिस्प्ले, कैमरा, बुलेट प्रूफ जैकेट्स और भी बहुत सारी एप्लीकेशन में इसका इस्तेमाल किया जायेगा, अब आपको पता लग गया होगा की ग्राफीन क्या है।
निर्माण
संपादित करेंगीम और नोवोसेलोव ने ग्राफीन को ग्रेफाइट के एक टुकड़े से निष्कर्षित किया है। ग्रेफाइट सामान्य पेंसिल में इस्तेमाल किया जाता है। ग्रेफाइट एक भंगुर पदार्थ है, जिसे तोड़ने पर वह कांच की तरह टूट कर बिखर जाता है।
विशेषताएँ
संपादित करेंयह सबसे पतला पदार्थ है किंतु यह अब तक के पदार्थों में सबसे मजबूत भी है, बिजली का संवाहक होने के साथ साथ इसमें तांबे के भी गुण हैं। उष्मा का संवाहक होने के अलावा यह इस गुण में अन्य पदार्थों में सबसे आगे हैं, यह लगभग पारदर्शी है, इसके बावजूद यह इतना घना है कि सबसे छोटा गैस का अणु हीलियम भी इससे होकर गुजर नहीं सकता।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंयह भौतिकी से सम्बन्धित लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। यह लेख विकिपरियोजना भौतिकी का भाग है। |