अर्धठोस स्नेहकों (लुब्रिकैंट्स) को ग्रीज (grease) कहते हैं। ग्रीस में कोई साबुन तथा खनिज तेल या वनस्पति तेल का इमल्सन होता है। ग्रीस की विशेषता है कि आरम्भ में उनकी श्यानता अधिक होती है किन्तु दाब पड़ने के बाद यह श्यानता घटकर लगभग उस तेल के बराबर रह जाती है जिससे ग्रीज बना होता है। इस प्रकार यह तैलीय स्नेहक जैसा ही प्रभाव पैदा करता है।

ग्रीज का डिबा

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