ग्लाइडर वायुयान वायु से भारी, यान होते हैं, जिन्हें उड़ान में उनकी लिफ्टिंग सतहों पर होने वाले वायु के गतिक प्रतिक्रिया द्वारा बल मिलता है। इस प्रकार ये यान उड़ान के लिये किसी मोटर या इंजन पर निर्भर नहीं होते हैं। अधिकतर इस प्रकार के यान इंजन रहित उड़ानों हेतु प्रयोग किये जाते हैं। कुछ ग्लाइडरों में इंजन भी लगे होते हैं, जिनसे उड़ान को लंबित किया जा सकता है।

चित्र दीर्घा

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