चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन

चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन (Lunar Polar Exploration Mission) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और जापान एयरोस्पेस अन्वेषण एजेंसी (जाक्सा) द्वारा एक रोबोट चंद्र मिशन अवधारणा है जो 2024 में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के लिए एक चंद्र रोवर और लैंडर भेजेगा।[2][3] जाक्सा द्वारा एच3 रॉकेट और रोवर प्रदान करने की संभावना है जबकि इसरो लैंडर के लिए जिम्मेदार होगा।

चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन
मिशन प्रकार चंद्र लैंडर और रोवर
संचालक (ऑपरेटर) जाक्सा / इसरो
वेबसाइट www.exploration.jaxa.jp/e/program/lunarpolar/
मिशन अवधि 6 महीने (योजना)
अंतरिक्ष यान के गुण
निर्माता लॉन्चर और रोवर: जाक्सा
लैंडर: इसरो
लॉन्च वजन ≈ 6,000 कि॰ग्राम (210,000 औंस) [1]
पेलोड वजन ≈ 350 कि॰ग्राम (12,000 औंस) (रोवर के साथ लैंडर)
मिशन का आरंभ
प्रक्षेपण तिथि 2024 (योजना)
रॉकेट एच3 (रॉकेट)
प्रक्षेपण स्थल योशिनोबु लॉन्च कॉम्प्लेक्स
ठेकेदार मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज
चंद्र लैंडर
अंतरिक्ष यान कम्पोनेंटरोवर
लैंडिंग साइटदक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र
चंद्र रोवर
----
चंद्रयान अभियान
← चंद्रयान-३

मिशन अवधारणा को अभी तक औपचारिक रूप से वित्त पोषण और योजना के लिए प्रस्तावित नहीं किया गया है।[4]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. "月離着陸実証(HERACLES)ミッションの紹介 と検討状況" (PDF). 28 January 2019. मूल से 15 November 2019 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 10 March 2021.
  2. Malvika Gurung (20 May 2019). "After Mars, ISRO to Set a Date with Venus". Trak.in. अभिगमन तिथि 10 March 2021.
  3. "After Reaching Mars, India's Date With Venus In 2023 Confirmed, Says ISRO". The Times of India. 18 May 2019. अभिगमन तिथि 10 March 2021.
  4. Sidharth, M. P. (18 May 2019). "ISRO planning 7 interplanetary missions, Venus on the to-do list". DNA India. अभिगमन तिथि 10 March 2021.