चक्रमुखी
चक्रमुखी अहनुमुखी अधःसंघ का एकमात्र वर्ग है। इसके सभी प्राणी कुछ मछलियों के बाह्य परजीवी होते हैं। इनका शरीर दीर्घ होता है, जिसमें श्वसन के लिए 6-15 जोड़ी क्लोम रेखाछिद्र होते हैं। चक्रमुखी में हनुहीन चूषक तथा वृत्ताकार मुख होता है। इसके शरीर में शल्क तथा युग्मित पक्षों का अभाव होता है। कपाल तथा मेरुदण्ड उपास्थिल होता है। परिसंचरण तन्त्र बन्द प्रकार का है। चक्रमुखी समुद्री होते हैं; किन्तु जनन हेतु मीठा जल में प्रवास करते हैं। जनन के कुछ दिन के बाद वे मर जाते हैं। इसके डिम्भ कायान्तरण के पश्चात् समुद्र में लौट जाते हैं। उदाहरणतः लैम्प्रे तथा मिक्सीन।
चक्रमुखी | |
---|---|
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | प्राणी |
संघ: | रज्जुकी |
अधःसंघ: | अहनुमुखी |
वर्ग: | चक्रमुखी |