चड्डी – बनियान गैंग

आशय ऐसे अपराधियों से है जो अँधेरी रातों में शहरों और गाँवों में बहरी इलाकों में सो रहे लोगों पर डं

चड्डी – बनियान गैंग 1990 के दशक में मध्यप्रदेश और अन्य क्षेत्रों में लूटमार, चोरी और डकैती के लिए एक बदनाम गिरोह था। इसके सदस्य दिन के समय लुंगी-कुर्ता पहनकर फिरते किसी पैसे वाले व्यक्ति के घर को निशाना बनाते और रात के समय संगठित रूप से चड्डी – बनियान पहनकर खूंखार हमला करते। इसमें रुपिया-पैसा, गहने, खीमती सामान आदि सब शामिल होता। जो लोग इस गैंग से भिडते वो या तो ज़ख़मी होते या मार दिए जाते।

कई मामलों में गैंग के सदस्य पारधी समुदाय से पाए गए [1][2] हालांकि इसमें अन्य वर्ग के लोग भी सम्मिलित पाए गए।

२०१६ में मुम्बई की बोरीवली में एक छापे में इस गैंग के सभी सदस्य पकड़े गए। [3]

2024 में प्राप्त समाचार के अनुसार चड्डी – बनियान गैंग एक बार फिर भोपाल में सक्रीय हो गई है। चोरी की वारदात को अंजाम देने वाली चड्डी – बनियान पहने ये गैंग बैकौफ होकर घनी आबादी वाले इलाकों को भी निशाना बनाने में भी संकोच नहीं कर रही है।[4]

  1. Panvel villagers kill a robber of chaddi banyan gang, G Mohiuddin Jeddy, Hindustan Times, Navi Mumbai, 31 May 2011 Archived 29 जून 2012 at the वेबैक मशीन
  2. Dreaded Phase Pardhis are back, Afternoon Dispatch & Courier, 27 September 2013, Zuber Ansari
  3. "Night-long siege, shootout as suspected 'chaddi-banyan' gang breaks into Borivali house". The Times of India. 8 February 2016. अभिगमन तिथि 19 April 2018.
  4. https://www.patrika.com/bhopal-news/chaddi-baniyan-gang-is-active-again-armed-with-weapons-they-attacking-houses-see-video-18700523