चरनदास चोर
चरनदास चोर (चारनदास -द- चोर) 1975 श्याम बेनेगल द्वारा बनाई गई एक प्रसिद्ध फिल्म है, जो हबीब तनवीर के प्रसिद्ध नाटक पर आधारित है। इसका मूल स्रोत विजयदान देथा नामक लोककथा है । फिल्म के गीत हबीब तनवीर ने भी दिए थे।
चरनदास चोर | |
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निर्देशक | Shyam Benegal |
लेखक | Shyam Benegal & Shama Zaidi (Screen Adaptation) |
कहानी | Vijaydan Detha |
निर्माता | Children's Film Society of India |
अभिनेता | Smita Patil, Lalu Ram, Sunder |
संगीतकार | Nand Kishore Mittal |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
156 min |
देश | India |
भाषा | Hindi |
इस फिल्म में स्मिता पाटिल, लालू राम, तथा एक किरदार मदन लाल की भूमिका हबीब तनवीर ने निभाया था।
सार
संपादित करेंयह फिल्म एक क्लासिक लोक कथा से ली गई है, मूल रूप से विजयदान देथा द्वारा सुनाई गई, और हबीब तनवीर ने इसकी लोककथा के रूप में व्याख्या की। फ़िल्म साधरण- चोर, चंरन दास (लालू राम) के अचरजपूर्ण जीवन का चार्ट पेश करती हे। विचित्र रूप से वह सिद्धांतों का एक आदमी है। एक ईमानदार चोर, जो अखंडता और पेशेवर दक्षता वाला मजबूत चोर है । वह अपने गुरु से चार प्रतिज्ञायें करता है, कि वह सोने की थाली में कभी भी नहीं खाएगा, कभी भी जुलूस का नेतृत्व नहीं करेगा जो उनके सम्मान में हो , कभी राजा नहीं बनेगा और कभी राजकुमारी से शादी नहीं करेगा। बाद में गुरु उससे एक और प्रतिज्ञा करवाता हे की वह कभी झूठ नही बोलेगा। जीवन की यात्रा पर वह चल देता हे। उसे राजा बनने की मशहूर होने की और राजनीतक पद मिलने पर भी ठुकरा देता हे। बाद में, स्थानीय राजकुमारी (स्मिता पाटिल)उस पर मुग्ध हो जाती है और उससे शादी करना चाहती हे। यहाँ पर इंकार करने पर उसकोअपने जीवन का मूल्य चुकाना पड़ता हे।यहीं वह बता पाता हे की सच का जीवन जीना , मानव के लिए कितना मुश्किल हे ।
कास्ट
संपादित करेंलालू राम चरनदास