चार्ल्स एलियट(1801-75), एक अंग्रेज़ कप्तान था जिसने अफ़ीम युद्धों में सेनापति की भूमिका निभाई थी। 1841 में, युद्धों के व्पारिक परिणाम न निकल पाले की वजह से उसे वापस इंग्लैंड बुला लिया गया था। इन्होंने प्रसिद्ध आल्हाखंड का प्रकाशन 1865 ईस्वी में करवाया जो की बुंदेलखंड की लोक गायन शैली है आजकल आल्हाखंड परमालरासो कहलाता है।

[1]चार्ल्स एलियट एक ब्रिटिश अधिकारी थे, जो भारतीय उपमहाद्वीप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एक प्रतिष्ठित शख्सियत थे। वे 19वीं सदी के मध्य में भारत में ब्रिटिश राज के तहत कार्यरत थे। चार्ल्स एलियट को विशेष रूप से बंगाल के लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में उनकी सेवा के लिए जाना जाता है।

उन्होंने भारतीय समाज और प्रशासन के कई पहलुओं में सुधार करने के प्रयास किए और विभिन्न क्षेत्रों में ब्रिटिश शासन को स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। इसके अलावा, वे एक विद्वान और इतिहासकार भी थे और भारतीय संस्कृति तथा समाज के अध्ययन में रुचि रखते थे।

  1. "Bundelkhand News | Bundelkhand 24x7". अभिगमन तिथि: 2025-03-19.