चालीह–चोरासी सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार हरीश वासवाणी द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1987 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

चालीह–चोरासी  
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चालीह–चोरासी
लेखक हरीश वासवाणी
देश भारत
भाषा सिन्धी भाषा
  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.