चीनी-कोरियाई शब्दावली

हंजा चीनी मूल के कोरियाई शब्दों को उद्घृत

चीनी-कोरियाई शब्दावली या हंजा (कोरियाई: 한자; हंजा: 漢字語) चीनी मूल के कोरियाई शब्दों को उद्घृत करता है। चीनी-कोरियाई शब्दावली में चीनी से सीधे उधार लिए गए शब्द हैं। साथ ही इसमें चीनी अक्षरों से बनाए गए नए कोरियाई शब्द और चीनी-जापानी शब्दावली से उधार लिए गए शब्द शामिल हैं। इनमें से कई शब्द कोरियाई संस्कृति पर चीनी भाषा के साहित्य के प्रभाव के शिखर के दौरान उधार लिए गए थे।

लगभग 70 से 80 प्रतिशत कोरियाई शब्द चीनी मूल के हैं।[1] हालाँकि इनमें से कई शब्दों को कोरियाई भाषा के लिए काटा या बदल दिया गया है।

कोरिया में चीनी और चीनी अक्षरों का उपयोग कम से कम 194 ईसा पूर्व से होता है। जबकि तीन राज्य काल के दौरान चीन-कोरियाई शब्दों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था, वे सिला साम्राज्य के दौरान और भी लोकप्रिय हो गए थे। इस समय के दौरान, पुरुष अभिजात वर्ग ने अपने दिए गए नामों को चीन-कोरियाई नामों में बदल लिया था। इसके अतिरिक्त, सरकार ने देश में सभी आधिकारिक उपाधियों और स्थानों के नामों को बदलकर चीनी-कोरियाई नाम कर दिए थे।[1]

गोरियो और जोसियन काल के दौरान चीनी-कोरियाई शब्द बहुत लोकप्रिय थे।[1] अंततः अधिकांश चीनी-कोरियाई शब्दों को 1945 से पहले जापानी कब्जे के दौरान कोरियाई भाषा में सम्मिलित किया गया। इनमें काफी शब्द चीनी-जापानी मूल के भी थे।[2] समकालीन युग में, दक्षिण कोरिया में चीन-कोरियाई शब्दावली बढ़ती जा रही है, जहां चीनी अक्षरों को कोरियाई में उन नए शब्दों का निर्माण करने के लिए उपयोग किए जाते हैं जो चीनी में मौजूद नहीं हैं। इसके विपरीत, उत्तर कोरियाई सरकार ने कई चीनी-कोरियाई शब्दों को मूल कोरियाई शब्दों से प्रतिस्थापित करने का आह्वान किया है।[3]आज चीनी-कोरियाई शब्द दक्षिण कोरियाई शब्दावली का लगभग 70 से 80 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं, शेष मूल कोरियाई शब्द हैं और अन्य भाषाओं जैसे जापानी भाषा और अंग्रेजी भाषा से लिए गए शब्द हैं।


  1. Sohn, Ho-Min (2006). Korean Language in Culture And Society. University of Hawaii Press. पपृ॰ 44–55. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0824826949.
  2. Choo, Miho (2008). Using Korean: A Guide to Contemporary Usage. Cambridge University Press. पपृ॰ 85–92. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1139471398.
  3. Lee, Peter H. (2003). A History of Korean Literature. Cambridge University Press. पपृ॰ 21–25. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1139440861.