चीन-रोमन संबंधों में ज्यादातर ऐतिहासिक संपर्क व्यापारिक वस्तुओं के आदान प्रदान के रूप में रहा है जो चीन के हान साम्राज्य और रोमन साम्राज्य के समय से आरम्भ हुआ और बाद के पूर्वी रोमन साम्राज्य और विभिन्न चीनी राजवंशों के बीच चलता रहा। प्राचीन निकट पूर्व में रोमन विस्तार और मध्य एशिया में एक साथ हान चीनी सैन्य घुसपैठ के दौरान ये साम्राज्य एक-दूसरे के करीब आए। हालाँकि इन संबंधों में आपसी जागरूकता कम रही और एक दूसरे के बारे में मूल ज्ञान सीमित ही रहा। मौजूद रिकॉर्ड दस्तावेज़ों के अनुसार सीधे संपर्क में केवल कुछ ही प्रयास किए गए। पार्थियन और कुषाण जैसे मध्यवर्ती साम्राज्यों ने, आकर्षक रेशम व्यापार पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए, इन दो यूरेशियन शक्तियों के बीच सीधे संपर्क को रोकने के प्रयास किए और इसमें काफी हद तक सफल भी रहे। 97 ई. में चीनी जनरल बान चाओ ने अपने दूत गान यिंग को रोम भेजने की कोशिश की, लेकिन पार्थियन ने गान को फारस की खाड़ी से आगे बढ़ने से रोक दिया। प्राचीन चीनी इतिहासकारों ने चीन में कई कथित रोमन दूतों का ज़िक्र किया है। माना जाता है कि पहला राजदूत या तो रोमन सम्राट एंटोनिनस पायस ने या उनके दत्तक पुत्र मार्कस ऑरेलियस ने 166 ईस्वी में भेजा था। इसके बाद 226 और 284 ईस्वी में राजदूत चीन आए थे और फिर 643 ईस्वी में बीजान्टिन राजदूत चीन पहुंचे।[1][2]

सिल्क रोड और समुद्री मार्गों के साथ भूमि पर माल का अप्रत्यक्ष आदान-प्रदान भी इन दोनों देशो के बीच के व्यापर में शामिल है। उदाहरण के लिए चीनी रेशम, रोमन कांच के बने पदार्थ और उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े। 1 शताब्दी ईस्वी के बाद के रोमन सिक्के चीन में पाए गए हैं, साथ ही मैक्सिमियन (286 से 305 तक रोमन सम्राट) का सिक्का और एंटोनिनस पायस (138-161) और मार्कस ऑरेलियस (161-180) के प्राचीन पदक भी पाए गए हैं। हान काल (202 ईसा पूर्व से 220 ईस्वी) के चीनी पुरातात्विक स्थलों पर रोमन कांच के बने पदार्थ और चांदी के बर्तन की खोज की गई है। जापान में रोमन सिक्के और कांच के मोती भी मिले हैं जो मन जाता है की चीन से जापान पहुंचे।[3][4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Lewis (2007), p. 143.
  2. Christopoulos (August 2012), pp. 15–16.
  3. "BBC Western contact with China began long before Marco Polo, experts say". BBC News. 12 October 2016. अभिगमन तिथि 12 October 2016.
  4. Montgomery, Stephanie; Cammack, Marcus (12 October 2016). "The Mausoleum of China's First Emperor Partners with the BBC and National Geographic Channel to Reveal Groundbreaking Evidence That China Was in Contact with the West During the Reign of the First Emperor". Press release. Business Wire. अभिगमन तिथि 12 October 2016.