चुम्बकीय द्विध्रुव
चुम्बकीय आघूर्ण (मैग्नेटिक डाइपोल) चुम्बकत्व में सबसे सरल रचना है। किसी जटिल चुम्बकीय संरचना को अनेकों चुम्बकीय आघूर्णों से बना हुआ माना जा सकता है। दूसरे शब्दों में कहें तो चुम्बकीय आघूर्ण, किसी धारावाही बन्द लूप या चुम्बकीय द्विध्रुव की सीमान्त अवस्था है जब स्रोत अत्यन्त लघु आकार का हो जाय।
The magnetic field and magnetic moment, due to natural magnetic dipoles (left), or an electric current (right). Either generates the same field profile.[1]
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ I.S. Grant, W.R. Phillips (2008). Electromagnetism (2nd संस्करण). Manchester Physics, John Wiley & Sons. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-471-92712-9.
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
- चुम्बकीय आघूर्ण
- वैद्युत द्विध्रुव (इलेक्ट्रिक डाइपोल)