चुम्बकीय प्रोत्थापन
चुम्बकीय प्रोत्थापन (Magnetic levitation, maglev, या magnetic suspension) किसी वस्तु को केवल चुम्बकीय बल द्वारा लटकाने की क्रिया है। इस प्रक्रिया में वस्तु पर लगने वाले गुरुत्वीय बल एवं अन्य बलों को चुम्बकीय बल के द्वारा संतुलित किया जाता है जिससे वस्तु बिना किसी आधार के (हवा में) लटकी रहती है या हवा में लटके हुए आगे बढ़ती है। इसके दो मुख्य मुद्दे हैं- उत्थान औ्र स्थायित्व। उत्थान द्वारा वस्तु को गुरुत्वाकर्षण विरोधी चुंबकीय बल द्वारा ऊपर उठाया जाता है। स्थायित्व द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि वस्तु यादृच्छिक रूप से चुंबकीय क्षेत्र से बाहर न चली जाय। इसका उपयोग चुम्बकीय प्रोत्थापित रेलगाड़ियाँ, वस्तुओं के प्रदर्शन आदि में किया जाता है।

परतिचुम्बकीय पदार्थ (पाइरोलिटिक कार्बन) चुम्बकीय क्षेत्र का विरोध करते हैं। उनके इस गुण का उपयोग प्रोत्थापन में किया जा सकता है।
उपयोगसंपादित करें
चुम्बकीय प्रोत्थापन का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा रहा है-
- यातायात (Maglev transportation) -- उच्च गति वाली चुम्बक-प्रोत्थापित रेलगाड़ियाँ
- चुम्बकीय बीयरिंग (Magnetic bearings)
- प्रोत्थापित गलन (Levitation melting)
- सूक्ष्मरोबोटिकी (Microrobotics)
उत्थानसंपादित करें
स्थायित्वसंपादित करें
सन्दर्भसंपादित करें
संबंधित लेखसंपादित करें
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