कब्ज़ा, कुलाबा, चूल या द्वारसन्धि (अंग्रेज़ी: hinge, हिंज) एक ऐसे बेयरिंग को कहते हैं जो दो ठोस वस्तुओं से जुड़ा हो और एक को दूसरे के सम्बन्ध में घूमने दे।[1] उदाहरण के लिए अक्सर किसी दरवाज़े को कब्ज़े के साथ ही दीवार से जोड़ा जाता है और वह उस कब्ज़े पर घुमाकर ही खोला और बंद किया जाता है। जीवविज्ञान में भी कब्ज़े देखे जाते हैं, मसलन घुटना और शरीर के कई अन्य जोड़ कब्ज़ों का काम करते हैं। ध्यान दें कि हालांकि हर क़ब्ज़े को आजकल कुलाबा कहा जाता है, यह वास्तव में एक फन्दा हुआ करता था जिसमें दरवाज़े के एक तरफ़ लगा किल्ला डाला जाता था, जिसपर दरवाज़ा घूम सकता था।

द्वार के लिए बना एक क़ब्ज़ा
पुरानी शैली का एक कुलाबा

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Advanced Learner's English-Hindi Dictionary, Hardev Bahri, Rajpal & Sons, 1999, ISBN 978-81-7028-290-7, ... hinge हिंज ... कब्ज़ा, चूल ...