चेकीतन एक शात्वत योद्धा था और पाण्डवों का मित्र था। सत्यकि के अतिरिक्त वह अकेला ऐसा यदुवंशी था, जो पाण्डव सेना की ओर से लडा़।

कुरुक्षेत्र के युद्ध में, उसने बहुत से योद्धओं को परास्त किया और कृपाचार्य के साथ उसका घमासान युद्ध हुआ। चेकीतन क वध दुर्योधन के द्वारा १८ वें दिन के युद्ध में हुआ।

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