चौधरी रहमत अली

पाकिस्तानी क्रांतिकारी (1897-1951)

रहमत अली चौधरी: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों का छात्र नेता था। 1933 मैं उसने सर्वप्रथम पाकिस्तान के निर्माण की एक योजना प्रस्तुत की थी।[1][2][3]वे मुस्लिम गुर्जर परिवार में पैदा हुए.और राज्य गठन के सबसे पहेले समर्थको में से एक था, वह एक पाकिस्तानी मुस्लिम राष्ट्रवादी थे। उन्हे दक्षिण एशिया में एक अलग मुस्लिम देश के लिये "पाकिस्तान" नाम बनाने का श्रेय दिया जाता है और आम तौर पर इसके निर्माण के लिये आंदोलन के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। उनका एक मशहूर बयान जो १९३३ मे प्रसिद्ध शीर्षक के रूप मे "अभी या कभी नही हम जीते या हमारा नाश हो" जीसे पर्चे के जरिये शुरु किया था।

चौधरी रहमत अली