चौरई
चौरई (Chaurai) या चौरई खास (Chaurai Khas) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा ज़िले में स्थित एक नगर है। राष्ट्रीय राजमार्ग ३४७ यहाँ से गुज़रता है।[1][2]
चौरई Chaurai | |
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निर्देशांक: 22°03′07″N 79°14′56″E / 22.052°N 79.249°Eनिर्देशांक: 22°03′07″N 79°14′56″E / 22.052°N 79.249°E | |
ज़िला | छिंदवाड़ा ज़िला |
प्रान्त | मध्य प्रदेश |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 12,956 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 480115 |
दूरभाष कोड | 07166 |
विवरण
संपादित करेंचौरई से छिंदवाडा, अमरवाड़ा एवं सिवनी की दूरी 35 किलोमीटर है। चौरई विधान सभा क्षेत्र मे बिछुआ और चाँद तहसील शामिल हैं।
माचागोरा बाँध
संपादित करेंचौरई से 15.2 दूर माचागोरा गाँव स्थित है, जहाँ पेंच नदी पर माचागोरा बाँध खड़ा है।
प्रमुख धार्मिक स्थल
संपादित करें- प्राचीन माँ बंजारी मंदिर (सिवनी रोड चौरई)
- श्री दिव्य साईं मंदिर (चांद रोड चौरई)
- प्रसिद्ध माता मंदिर (ग्राम देवी मंदिर चौरई)
- शिवशक्ति मँदिर (पेंच कॉलोनी चौरई)
- चर्च (चांद रोड)
- मस्जिद (मेन रोड)
- जैन मंदिर (छोटी बाजार)
- गायत्री मंदिर (संजय निकुंज)
- दादा धूनिवाले मंदिर (चांद रोड)
- जोडा हनुमान मंदिर (पुलिस थाना परिसर)
- साईं - राम - शिव मंदिर (बैल बाजार)
- हनुमान मंदिर (ब्लाक कालोनी)
- पँचमुखी हनुमान मंदिर (तहसील परिसर)
- काली मंदिर (बैल बाजार)
- काली मंदिर (पानी की टंकी वार्ड नं 1)
- श्री सिद्धेश्वर महाकाल मंदिर वार्ड न. 06(महाकाल उत्सव समिति चौरई)
- गेट वाले दादा हनुमान मंदिर (रेलवे फाटक)
- दुर्गा मंदिर "खेड़ापति" (कुंडा फाटक)
- श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर (कृषि उपज मंडी परिसर)
- श्री राम मंदिर (छोटी बाजार)
- बजरंग मंदिर
- शंकर मढ़िया (सब्जी बाजार)
- नगबेड़नी माता मंदिर (झंडा मोहल्ला)
- शिव मंदिर (अस्पताल परिसर)
- राधा कृष्ण मंदिर (कुइयां मोहल्ला)
तुलसी जयंती
संपादित करेंसन् 1966 से चौरई में तुलसी जयंती प्रतिवर्ष बडे धूमधाम से मनायी जाती है 21 दिनो तक अंखड रामायण के पाठ के पश्चात तुलसी जंयती के दिन रामायण समापन के बाद माता मंदिर से गोस्वामी तुलसीदास जी की फोटो पालकी में रखकर पुरे नगर में घूमायी जाती है इनके पीछे झाकियाँ व शैला नृत्य करते हुए लोग आगे बढ़ते हैँ। नगर की तुलसी जयंती जिसकी ख्याति दूर दूर तक है इसमे शैला नृत्य,जस प्रतियोगिता और झाकियाँ आदि प्रमुख है जिसे देखने लोग दूर दूर से आते हैँ स्थानीय कलामंच में शैला नृत्य का आयोजन होता है जिसमे आस-पास क्षेत्रो से आये ग्रामीण बडे उत्साह से भाग लेते हैँ ओर जनप्रतिनिधियो के द्वारा पुरस्कार पाते है साथ ही चौरई में गणेश उत्सव और शारदीय नवरात्री भी बड़े धूमधाम से मनायी जाती हैं।
महाशिवरात्रि शिव जी की बारात
संपादित करेंप्रति वर्ष महाकाल उत्सव समिति चौरई एवं समस्त चौरई नगर के भक्तजनो द्वारा महाशिव रात्रि के पावन पर्व पर कालो के काल बाबा महाकाल {महादेव } की भव्य सवारी {पालकी } बारात एवं महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है जिसमे गाजे बाजे के साथ बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए चौरई नगर में निकलते है तत्पश्चात शाम को भगवान भोलेनाथ की बारात गाजे बाजे एवं आतिशवाजी के साथ बारात निकलती है बारात कुण्डा फाटक के श्री सिद्वेश्वर महाकाल मंदिर से निकल कर मुख्य मार्ग होते हुये शंकर मढ़िया सब्जी मंडी पहुचती है जहा पर भगवान महादेव और माता गोरा रानी का विवाह संपन्न होता है
प्रमुख शिक्षण संस्थान
संपादित करें- केन्द्रीय विद्यालय
- शासकीय प्राथमिक शाला
- शासकीय माध्यमिक विद्यालय
- उत्कृष्ट विद्यालय
- डीपी मिश्रा स्कूल
- कन्या शाला स्कूल (वीरांगना अवंति बाई कन्या शाला)
- कला एंव वाणिज्य महाविद्यालय
- फर्स्ट स्टेप स्कूल
- रेडीयण्ट स्कूल
- यश मेमोरियल कान्वेंट स्कूल
- सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल
- सरस्वती ज्ञान मंदिर स्कूल
- ITI कालेज
- महात्मा गांधी पब्लिक स्कूल
बैल बाजार
संपादित करेंयहा हर बुधवार को बैल बाजार लगती है जिसमे दूर दूर से लोग मवेशी खरीदने आते हैँ।
सप्ताहिक बाजार
संपादित करेंहर रविवार यहाँ सप्ताहिक बाजार लगती है जिसमे दूर दूर से लोग बाजार करने आते हैँ। इस क्षेत्र में सब्जी उत्पादन ज्यादा होने के कारण प्रतिदिन ताजी सब्जीयाँ उपलब्ध रहती है और आसानी से खरीदी ली जाती हैँ।
कमलनाथ स्टेडियम
संपादित करेंयह एक प्रमुख खेल मैदान हैँ इस स्टेडियम मे मुख्य रूप से क्रिकेट और फूटवाँल ज्यादा खेला जाता है जिसमे हरसाल ट्राफी होती है साथ ही 15 अगस्त और 26 जनवरी को आयोजन इसी मैदान पर होता है जिसमे रेली और विभिन्न प्रकार के रंगारंग प्रस्तुति स्कूल के बच्चे देते हैँ।
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293