छतर मंजिल लखनऊ का एक ऐतिहासिक भवन है। इसके निर्माण का प्रारंभ नवाब सआदत अली खां 1798-1814 के बीच अपनी मां छतर कूंवर के नाम पर करवाया था नवाब ग़ाज़ीउद्दीन हैदर ने इसे संवारने काम किया और उनकी मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारी नवाब नासिरुद्दीन हैदर ने इसको पूरा करवाया। इस दुमंज़िली इमारत का मुख्य कक्ष दुमंज़िली ऊँचाई का है और उसके ऊपर एक विशाल सुनहरी छतरी है जो दूर से देखी जा सकती है। इस छतरी के कारण ही इस भवन का नाम छतर मंज़िल पड़ा है।

छतर मंजिल

आजकल इसमें केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान का कार्यालय है।